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हवा में बहता इंटरनेट: Wi-Fi का अनदेखा सच!”

इंटरनेशन डेस्क। आज के डिजिटल युग में इंटरनेट हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब कोई तार नहीं जुड़ा होता, तब भी Wi-Fi के जरिए इंटरनेट आपके फोन या लैपटॉप तक कैसे पहुंच जाता है? यह सवाल जितना आम है, इसका जवाब उतना ही दिलचस्प और तकनीकी है। सबसे पहले 1858 में अटलांटिक महासागर में बिछाई गई केबल के जरिए अमेरिका और ब्रिटेन को इंटरनेट से जोड़ा गया था. हैरान करने वाली ये भी है कि तब डेटा को ट्रांसमिट होने में करीब 16 घंटे तक का समय लग जाता था

Wi-Fi, जिसका पूरा नाम Wireless Fidelity है, एक ऐसी वायरलेस टेक्नोलॉजी है जो डेटा को रेडियो वेव्स यानी रेडियो तरंगों के ज़रिए ट्रांसमिट करती है। जिस तरह रेडियो स्टेशन से निकलने वाली तरंगें आपके रेडियो में आवाज़ के रूप में बदल जाती हैं, उसी तरह Wi-Fi राउटर से निकलने वाली तरंगें आपके डिवाइस तक पहुंचती हैं और इंटरनेट कनेक्शन में तब्दील हो जाती हैं।

कैसे काम करता है Wi-Fi?- जब आप वाई-फाई कनेक्शन का इस्तेमाल करते हैं, तो सबसे पहले इंटरनेट आपके घर या ऑफिस में मौजूद ब्रॉडबैंड कनेक्शन या मोबाइल नेटवर्क से Wi-Fi राउटर तक पहुंचता है। राउटर इस इंटरनेट सिग्नल को डिजिटल डेटा से रेडियो वेव्स में बदल देता है। ये रेडियो तरंगें हवा में फैलती हैं और जब आपके मोबाइल, लैपटॉप या स्मार्ट टीवी जैसे डिवाइस उन्हें पकड़ते हैं, तो डिवाइस में मौजूद Wi-Fi रिसीवर इन वेव्स को फिर से डिजिटल डेटा में बदल देता है। यह सब कुछ इतनी तेजी से होता है कि यूज़र को किसी भी प्रकार की देरी महसूस नहीं होती।

कौन-कौन से बैंड करता है इस्तेमाल?- Wi-Fi मुख्य रूप से 2.4 गीगाहर्ट्ज और 5 गीगाहर्ट्ज नाम के दो बैंड्स पर काम करता है।

  • 4 GHz बैंड: इसकी रेंज ज्यादा होती है लेकिन स्पीड थोड़ी कम।
  • 5 GHz बैंड: स्पीड ज्यादा लेकिन रेंज सीमित।

यही वजह है कि अगर राउटर से दूरी बढ़ जाए या बीच में दीवारें आ जाएं, तो Wi-Fi सिग्नल कमजोर हो सकता है। सोचिए अगर Wi-Fi न होता तो हर डिवाइस को तार से जोड़ना पड़ता। न केवल जगह-जगह तारों का झंझट होता, बल्कि पोर्टेबल डिवाइस जैसे मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल भी आसान नहीं होता। Wi-Fi ने इंटरनेट को मोबाइल, सुविधाजनक और स्मार्ट बना दिया है। अब कोई भी व्यक्ति कहीं से भी ऑनलाइन क्लास ले सकता है, वीडियो कॉल कर सकता है या फिर OTT पर अपने पसंदीदा शो देख सकता है। Wi-Fi सिर्फ एक टेक्नोलॉजी नहीं, बल्कि आज की डिजिटल दुनिया का एक अनिवार्य हिस्सा बन चुका है। यह तकनीक हमें बिना किसी तार के इंटरनेट की पूरी दुनिया से जोड़ती है — और आने वाले समय में यह और भी ज्यादा फास्ट, स्मार्ट और सिक्योर होती जाएगी।

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